Name: Shri Banwari Lal Swami
State: Rajasthan
City: Bikaner
Tehsil: Bikaner
Description: Is the social change happening right? Are we satisfied with the situation we are living in? Are all the things that they expect reaching every section of the society?
कल्याणकारी सामाजिक कार्यकर्ता “बनवारी लाल स्वामी” देश और राज्य में तेजी से आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक बदलाव होते रहते हैं। जब ये बदलाव होते हैं तो उसका असर समाज पर पड़ता है और ऐसे में सामाजिक ढांचे में परिवर्तन आता हैं। लोगों की मानसिकता पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है। तय है इससे हर उम्र, हर स्तर और हर तबके के लोगों पर प्रभाव पड़ता है। लेकिन "क्या जो सामाजिक बदलाव हो रहा, वो सही है? जिन हालात में हम रह रहे हैं क्या उससे हम संतुष्ट हैं? क्या समाज के हर तबके तक वो सारी चीज़े पहुंच रही हैं जिसकी उन्हें उम्मीद है? इन सारे सवालों से जूझना ज़रूरी है और गंभीरता से सोचना ज़रूरी है। ये सारी चिंता है कल्याणकारी सामाजिक कार्यकर्ता, भारत स्काउट, रेलवे तथा रांकावत समाज की संस्थाओं के सम्मान से सम्मानित और रांकावत समाज सभा, बीकानेर में कोषाध्यक्ष श्री मान बनवारी लाल स्वामी का। सामाजिक बदलाव पर अपनी राय रखते हुए बनवारी लाल ने अपनी आवाज उन लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की जो रांकावत समाज के विकास को लेकर चिंतत हैं, समाज की बेहतरी के लिए प्रयासरत हैं। जो व्यक्ति, संगठन, संस्था, समिति आदि समाज में कुछ अच्छा कर रहे, सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए निवेश करने की तैयारी कर रहे हैं। बनवारी लाल ने अपनी बात बड़ी बेबाकी से रखी और समाज की असलियत को सबके सामने लाने की कोशिश की। बनवारी लाल का मानना है कि “समाज के बदलने से पहले खुद को बदलना ज़रूरी है, दुनिया को बदलने से पहले खुद को ठीक करना ज़रूरी है। हम सिर्फ बातें करते रहेंगे और समाज के विकास में भागीदार नहीं बनेंगे तो ऐसे में हम किस समाज के बदलाव के बात करते हैं।” बनवारी लाल स्वामी उन बुनियादी सवालों की तरफ इशारा करते हैं जिनसे हमारा, आपका और हम सबका सरोकार है। समाज में हर क्षेत्र में लगातार काम करने की ज़रूरत है। सामाजिक बदलाव के लिए शुरूआत करनी होगी, ऐसे में हमें सिर्फ कहने के लिए काम नहीं करना है। बदलाव के लिए काम करना है। बनवारी लाल स्वामी का मानना है कि “समाज में कई बदलाव की जरुरत है लेकिन सबसे ज्यादा ज़रूरत है वो है लोगों के मन में सुरक्षा का भाव आना। जिसकी शुरुआत घर से होती है और समाज का साथ भी जरुरी है। ऐसा क्यों होता कि हम नयी पीढ़ी को अच्छे संस्कार देते है फिर भी कुछ कमियाँ रह जाती है वजह है आधुनिकता का बोझ। आधुनिक होना अच्छी बात है लेकिन आधुनिकता का बोझ ढोने से संस्कार महत्त्वहीन हो जाते है। जिस दिन हम इसे समझेंगे उस दिन समझा जाएगा कि समाज में बदलाव आ रहा है। इसलिए समाज को तभी बदला जा सकता है जब हमारी मानसिकता बदलेगी।” बनवारी लाल स्वामी के सारे सवाल असल में बेहतर समाज की कामना ही हैं। जिस दिन इन सवालों से हम जूझना बंद कर देंगे उस दिन हमारा रांकावत स्वामी समाज वाकई बेहतर और चिंता मुक्त हो जाएगा। (‘rankawatsamaj.com’ वेबसाइट के ज़रिए बनवारी लाल स्वामी रांकावत स्वामी समाज के उन तबकों तक पहुंचने की कोशिश करते हैं जिनके पास बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं। खास तौर से जो समाज को लेकर चिंतित है समाज की समस्याओं के बारे में सोचते है पर अपने बात या काम को मूर्त रूप नहीं दे पाते हैं।)
Welfare social worker "Banwari Lal Swami"